Not known Facts About sidh kunjika
Not known Facts About sidh kunjika
Blog Article
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
iti śrīrudrayāmalē gaurītantrē śiva pārvatī saṁvādē kuñjikā stōtraṁ sampūrṇam
सां सीं सूं सप्तशती देव्या मंत्र सिद्धिं कुरुष्व मे॥
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
अं कं चं टं click here तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षम् ।